झाँसी। राष्ट्रीय सेवा योजना और उत्तर प्रदेश राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) द्वारा विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर “मेरा मानसिक स्वास्थ्य – मेरी जिम्मेदारी” कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। इस कार्यक्रम में विद्यार्थी अपनी रचनात्मकता द्वारा मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को व्यक्त करेंगे। सिफ्सा नोडल अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय ने बताया कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के सिफ्सा पीयर एजुकेटर्स ने विभागों में जाकर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को मानसिक अवसाद से बचाने के तरीके को अपने खुद से विकसित करना सिखाना है। उन्होंने कहा कि जब हम अपने अन्दर ही समस्या का समाधान खोज लेते हैं तो बहुत सी परेशानियों से आसानी से बचा जा सकता है।
डॉ. पाण्डेय ने बताया कि दो दिवसीय इस कार्यशाला में विद्यार्थी स्वयं को कहानी, कविता, नाटक, गायन, वादन, चित्रकला, पोस्टर जैसे माध्यमों से व्यक्त करेंगे. उन्होंने कहा कि इस दो दिवसीय कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ ही विद्यार्थियों का संवाद भी कराया जाएगा जिससे विश्वविद्यालय में पढने वाले विद्यार्थी अपने मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ रखने के साथ ही साथ अपने परिवार एवं अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक कर सके।