अन्तरराष्ट्रीय शान्ति के लिए सनातन संस्कृति और भारतीय संस्कार ही एकमात्र समाधान : डा. रवींद्र शुक्ल

झाँसी। दो दिवसीय बुन्देलखण्ड बुद्धिजीवी सम्मेलन के अन्तर्गत द्वितीय दिवस में “रामो विग्रहवान धर्मः” संगोष्ठी एवं समापन सत्र में निदेशक केंद्रीय हिंदी साहित्य संस्थान आगरा डा. सुनील कुलकर्णी के मुख्य आतिथ्य और प्रदेश अध्यक्ष डा. वागीश दिनकर की अध्यक्षता और गरौठा विधायक जवाहर लाल राजपूत, हिन्दी विभागाध्यक्ष बुन्देलखण्ड विश्विद्यालय डा. मुन्ना तिवारी कृषि विश्विद्यालय, केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रभारी उत्तर प्रदेश आचार्य देवेंद्र देव, संयुक्त राष्ट्र संघ में भारतके प्रतिनिधि डा. मनोज पांडेय, केंद्रीय उपाध्यक्ष पूर्व आईएएस राजीव शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष हेमन्त परिहार के विशिष्ठ आतिथ्य में सम्पन्न हुआ !

कार्यक्रम में राजेश तिवारी, निशांत शुक्ला, नीरज सिंह, रुचि जतारिया, अर्जुन सिंह चांद, प्रताप नारायण दुबे, शरद मिश्रा, पवन तूफान, दीन दयाल सोनी, विवेक बरसैयां आदि ने अतिथियों सम्मानपत्र अंगवस्त्र आदि से सम्मानित किया ! सरस्वती वंदना और ध्येय गीत अंशुल सक्सेना ने प्रस्तुत किया। संगोष्ठी में उपस्थित विषय विशेषज्ञों ने राम चरित्र और वर्तमान समय में राम की प्रासंगिकता पर सारगर्भित चिंतन और व्याख्यान हुए।

कार्यक्रम में पूरन चंद्र, सुमन गुप्ता, अनिल शर्मा, श्रीकांत शर्मा, जीआईसी प्रधानाचार्य सतीश कुमार सिंह, उप प्रधानाचार्य आलोक शांडिल्य, कौशल किशोर, ब्रजलता मिश्रा, सुमन मिश्रा, अशोक मिश्रा, सपना बबेले, अनिल बबेले, निहाल चन्द्र शिवहरे, साकेत सुमन चतुर्वेदी, राम बिहारी सोनी तुक्कड़, पुनीत श्रीवास्तव, संध्या निगम, बालकवि बालाप्रसाद, अपर्णा दुबे, कवि झटपट, वैभव दुबे, राहुल मिश्रा आदि उपस्थित रहे !संचालन वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र तोमर, प्रोफेसर बी बी त्रिपाठी और कार्यक्रम संयोजक एवं जिलाध्यक्ष महानगर संजय तिवारी राष्ट्रवादी ने संयुक्त रूप से किया और केंद्रीय कार्यालय प्रभारी निशांत शुक्ला ने आभार व्यक्त किया।

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