झांसी। राष्ट्रीय सेवा योजना बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी ने आज अपने पूर्व स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र वितरित किया और समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए प्रेरित किया। राष्ट्रीय सेवा योजना की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय ने कहा कि यह प्रमाण पत्र तब ही अपनी वैधता को प्राप्त करेगा जब हमारे स्वयंसेवक समाज के हित में कार्य करते हुए समाज को सकारात्मक रूप से दिशा देने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि दो वर्ष तक एक स्वयंसेवक के रूप में कार्य करते हुए समाज सेवा की भावना पैदा होना जरूरी है।
डॉ. पाण्डेय ने बताया कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के स्वयंसेवक न केवल समाज सेवा में बल्कि मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता, स्वास्थ्य जागरूकता, मतदान जागरूकता एवं अन्य गतिविधियों का भी सफलतापूर्वक आयोजन और संचालन किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में विश्वविद्यालय के साथ ही साथ महाविद्यालय के स्वयंसेवक अपने कर्तव्यों को पूर्ण निष्ठा से पालन करेंगे। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शुभांगी निगम ने कहा कि यह वर्ष स्वयंसेवकों के लिए बहुत ही खास वर्ष है। स्वयंसेवक मतदाता जागरूकता में अपना योगदान करें और अधिक से अधिक मतदान करने हेतु मतदाताओं को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के स्वयंसेवकों की प्रतिभा और लगन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस प्रशिक्षण में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी जनपदों के स्वयंसेवकों ने बहुत ही मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त किया और अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। स्वयंसेवक अलादीन ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना में एक स्वयंसेवक के रूप समाज सेवा के साथ ही साथ व्यक्तित्व में भी निखार आता है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय के साथ गांवों के जाकर लोगों की समस्या को समझना और उन्हें दूर करने हेतु प्रयास करना बहुत ही अच्छा लगता था। स्वयंसेवक रौनक ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत हम लोग गांवों में गए और वहां की स्थिति को देखकर हम लोगों ने तालपुरा की बच्चों को पढ़ाना शुरू किया था। हमारा यह अनुभव हमारे कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय के निर्देशन में बहुत ही अच्छा रहा है। इस अवसर पर ललित कला संस्थान के शिक्षक गजेंद्र सिंह एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे।